HMP virus important facts
दोस्तों एक टाइम था जब चीन से फाहियान और
नासा जैसे महान यात्री भारत आते थे | और आज
हालत यह है कि चीन से कोविड-19 और एच एम
पी जैसे चाइनीज वायरस भारत आ रहे हैं |
बताओ चीनियों क्या
बिगाड़ा हमने तुम्हारा क्या कमी रह गई
हमारे प्यार में , दिवाली पर झलड़िया तक हम
चाइनीज लगाते हैं फूड कोर्ट में चाइनीज खा
खाकर हमने अपने फेफड़े सुझा लिए हैं घरों
में टूथपेस्ट से लेकर टीवी तक हमने चाइनीज
खरीद रखे हैं डॉक्टर के मना करने के
बावजूद हम चीनी नहीं छोड़ते ताकि कहीं
तुम्हें बुरा ना लग जाए| और तुम हो कि
वायरस बनाने से बाजी नहीं आ रहे हो और वायरस
छोड़ना ही है तो उसका कोई आसान नाम रख दो
बोरो प्रचारमीती क्या होता है भाई एक
ब्रो ये एचएम पीवी क्या होता है भाई एक
बार सुनकर लगा कि मार्केट में कोई नई
एस यूवी आ गई
है और वायरस का नाम रखना भी है तो कोई
कुत्ते की तरह ब्रूनो या टफी जैसा रख दो
ये ह्यूमन मेटा न्यूरो वायरस क्या होता है
भाई इतना बड़ा नाम जितना टाइम इस नाम को
बोलने में लगता है उससे कम टाइम में तो
हमारे लौंडे दिल्ली यूनिवर्सिटी से बी एस सी
की डिग्री ले लेते हैं वेरी गुड बेटा तब
तक तुम सेफ हो और जब तक ये नाम याद होता
है तब तक तुम मार्केट में कोई नया वायरस
ले आते हो
मजाक अपनी जगह है लेकिन
सच यह है कि जब से इस एच एम पीवी वायरस के
भारत में आने की खबर आई है तब से जनता के
पजामे के पिछवाड़े की सिलाई उधड़ ने लगी
है आंखों के सामने कोविड का मंजर घूमने
लगा है इस वायरस के चीन में फैलने के बाद
सोशल मीडिया पर जो तस्वीरें आ रही हैं वो
भी कोविड की तरह ही हैं कोविड की तरह ये
बीमारी भी सांस से फैल सकती है जैसे कोविड
में बीमार आदमी की छींक से बीमारी फैलती
थी वही हाल एच एम पीवी का भी है इस बीमारी
में भी आप मरीज के ज्यादा नजदीक आए उससे
हाथ मिलाया या जिस जगह पर वायरस मौजूद
उस जगह पर आपने हाथ भी लगा दिया तो ये
वायरस फैल सकता है कोविड की तरह इस बीमारी
में भी आपको छींक आती हैं खांसी होती है
सांस लेने में तकलीफ होती है इसलिए
जब से इस बीमारी के फैलने की खबर
आई है तब से ही सबकी हालत टाइट हो रखी है
लेकिन यहां एक ट्विस्ट है क्या पूरी तरह
कोविड जैसी दिखने के बावजूद ये बीमारी
कोविड जितनी खतरनाक है या नहीं या कोविड
के मुकाबले ये थोड़ी रहम दिल है बोले तो
सॉफ्ट हार्टेड है तो आज मैं इस
बीमारी से जुड़े हर एक सवाल पर बात
करेंगे जो आपके जहन में है आपको बताएंगे
कि बीमारी कितनी पुरानी है क्या इसकी कोई वैक्सीन मार्केट में आई है या नहीं आई है
क्या कोविड की तरह इस बीमारी के फैलने पर
भी लॉकडाउन लग सकता है या नहीं क्या कुछ
टाइम के बाद आपको फिर से मास्क लगाकर ही
घर से निकलना पड़ेगा या नहीं क्या कोविड
की तरह ये बीमारी जानलेवा है या इसका असर
सिर्फ बच्चों या बुजुर्गों पर ही पड़ता है
साथ ही हम ये भी समझाने की कोशिश करेंगे
कि क्या कोविड की पहली वेव की तरह इस
वायरस का असर भी मार्केट पर पड़ेगा या
नहीं आपको याद होगा मार्च 2020 में जब
कोविड आया था तो पूरा मार्केट ही
बैठ गया था उस वक्त सिर्फ क्रिप्टो का
बाजार ही ऐसा था जिस पर कोविड का उतना
इंपैक्ट नहीं पड़ा था अगर हम डेटा की बात
करें 19 फरवरी से 23 मार्च के बीच यूएस का
एस एन पी 500 300 गिर गया था और उसे इसी लेवल
पर आने में 6 महीने लग गए थे जबकि इसी
दौरान क्रिप्टो मार्केट ने सिर्फ दो महीने
में ही रिकवर किया और वहां से ऐसी रफ्तार
पकड़ी कि साल खत्म होने तक ही अपने
रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया मतलब तब
क्रिप्टो मार्केट ने ज्यादा तगड़ा फाइटबैक
क्रिप्टो मार्केट ने ज्यादा तगड़ा फाइटबैक
दिखाया था इस बार भी नए वायरस की खबर के
बाद मार्केट ने गिरने के सिग्नल तो दिए
हैं ऐसे में सवाल ये है कि इन्वेस्टर्स
जाएं कहां यहीं पर आपके लिए गुड न्यूज़ भी
है गुड न्यूज़ ये है दोस्तों कि क्रिप्टो
में इन्वेस्ट करने वालों को अब डबल फायदा
होगा एक तो बिटकॉइन ने 1 लाख की सीमा पार
कर ली है दूसरा ग्लोबली 2023 के कंपैरिजन
में 24 में क्रिप्टो होल्डर में 33 का
बढ़ावा हुआ है बढ़ोतरी हुई है यानी इसका
एडॉप्शन बढ़ता जा रहा है मतलब यही सही
वक्त हो सकता है क्रिप्टो में इन्वेस्ट
करने का लेकिन कौन सा प्लेटफॉर्म सेफ और
सिक्योर है क्रिप्टो में इन्वेस्ट करने के
लिए इसका आंसर है वन ऑफ इंडियाज बिगेस्ट क्रिप्टो एक्सचेंज कॉइन स्विच जहां आप कई
सारे क्रिप्टोस बाय एंड सेल कर सकते हो और
आप यहां क्रिप्टो फ्यूचर्स में ट्रेड भी
कर सकते हो जहां आपको मिलती है लोएस्ट फी
350 प्लस कांट्रैक्ट्स एंड अप टू 25 एक्स
लेवरेज मतलब अगर आपके पास 000 हैं ट्रेड
करने के लिए सो यू कैन ट्रेड विद 25000
प्लस अगर आप फ्यूचर्स में ट्रेडिंग करते
हो तो पहले 15 दिन के लिए मिलता है 100%
फी रिबेट मतलब आप अपने फीज को बचा सकते हो
कॉइन स्विच फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट
ऑफ इंडिया से रिकॉग्नाइज्ड है और 2 करोड़
से ज्यादा यूजर्स ने इस प्लेटफॉर्म पर
अपना ट्रस्ट भी दिखाया और सबसे अमेजिंग
बात कॉइन स्विच अप दे रहा है 1 पर कैश बैक
और पहले 30 दिन के लिए जीरो ट्रेडिंग फी कॉइन स्विच पर प्रूफ ऑफ रिजर्व भी मेंटेन
किया जाता है चलिए अब आपको इसके कुछ नंबर
शेयर करता हूं क्रिप्टो और आईआर को मिलाकर
टोटल कस्टमर होल्डिंग 1952 करोड़ और टोटल
कॉइन स्विच होल्डिंग 25 14 करोड़ है इसको
कहते हैं स्ट्रांग फाइनेंशियल हेल्थ तो
दोस्तों कॉइन स्विच की लिंक डिस्क्रिप्शन
और पिन कमेंट में दी गई है तुरंत उस पर
जाइए चेक आउट कीजिए वीडियो में आगे बढ़ते
हैं तो दोस्तों बात है 2019 की महीना था
नवंबर का चीन के सोशल मीडिया पर कुछ ऐसी
खबरें आती हैं जिसमें कोविड-19 जैसी
खतरनाक बीमारी के फैलने की बात सामने आती
है इस तरह के वीडियो सामने आते हैं जिसमें
अस्पताल में लंबी-लंबी लाइनें दिख रही है
लोगों के मरने की बात तक आई उस वक्त जिन
लोगों ने शुरू में इस बीमारी के बारे में
रिपोर्ट किया कुछ दिन में वही लोग गायब हो
गए चीन लगातार ऐसी किसी भी भी बीमारी की
बात से इंकार करता रहा मगर जनवरी
होते-होते ये बीमारी हाथ से बाहर निकल गई
चीन से दुनिया भर में ट्रेवल करने वाले
लोगों की वजह से ये बीमारी दुनिया के हर
देश में फैल गई मार्च 2020 में डूओ ने इसे
महामारी डिक्लेयर कर दिया इसके बाद अगले
डेढ़ सालों में कोविड-19 की वजह से पूरी
दुनिया में 70 लाख लोग मारे गए अकेले
अमेरिका में 11 लाख से ज्यादा लोगों की
मौत हुई भारत में भी करीब 5 लाख के करीब
लोग मारे गए हालांकि अनऑफिशियल फिगर इससे
आगे का भी हो सकता है इस कोविड की वजह से
सिर्फ दो सालों में दुनिया की इकॉनमी को
12 से 15 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान हुआ
वर्ल्ड टूरिज्म को 60 टू 80 पर का नुकसान
हुआ उस वक्त कोविड को पहले से रोकने के
लिए लॉकडाउन लगाया गया जिसमें करोड़ों
लोगों की नौकरियां चली गई और दुनिया के हर
देश की इकॉनमी पर ऐसा असर पड़ा कि आज तक
कई देश इससे उभर नहीं पाए और उस दौरान जिन
लोगों ने अपनों को खोया उसकी तो क्या ही
बात करें सच तो ये है दोस्तों कि कोविड ने
इतने लोगों की जिंदगी को बर्बाद किया है
और जैसे ही ये खबर सुनने को मिलती है कि
उस जैसा ही कोई नया वायरस आ रहा है तो लोग
सहम जाते हैं लेकिन हमारे इस वीडियो का
मकसद आपको डराना नहीं है बल्कि इस नए
वायरस से जुड़े एक-एक सवाल का जवाब देना
है तो पहला सवाल जो हर किसी के जहन में
क्या ये कोरोना वायरस की तरह ही है या नहीं तो इस सवाल का जवाब है
नहीं कोरोना वायरस और एचएम बीवी वायरस
अलग-अलग फैमिली के वायरस हैं बावजूद
इसके
दोनों में कई चीजें कॉमन है जैसे दोनों ही
वायरस हमारे रेस्पिरेटरी सिस्टम पर असर
डालते हैं मतलब इस वायरस के कांटेक्ट में
आने के बाद आपको सांस से जुड़ी प्रॉब्लम
हो सकती है ये दोनों ही वायरस बीमार आदमी
की सांस से या ऐसी चीजों के छूने से फैल
सकते हैं जिसे बीमार आदमी ने छुआ हो इन
दोनों ही वायरस में बीमार आदमी को बुखार
खांसी गले में खराश और सांस लेने में
तकलीफ जैसी प्रॉब्लम होती है और दोनों ही
तरह के वायरस में आपको मरीज से डिस्टेंस
रखना है उससे हाथ नहीं मिलाना है और मास्क
पहनना
है दूसरा सवाल लोगों के मन में ये है कि
कोरोना की तरह क्या ये वायरस भी दुनिया भर
में फैल सकता है तो इसका जवाब ये है कि
पहले तो हम ये बता दें ये कोई नया वायरस
नहीं है इससे पहले 2001 में हॉलैंड के एक
वायरोलॉजिस्ट ने साइंटिफिक जर्नल में इसके
बारे में रिपोर्ट किया था मगर कुछ तरह की
स्टडीज बताती हैं कि ये वायरस तो 1958 से
फैल रहा है अमेरिकन साइंटिस्ट जॉन विलियम
ने इस वायरस पर काफी स्टडी की उन्होंने
रिसेंटली साइंटिफिक अमेरिकन को दिए
इंटरव्यू में बताया कि वायरस सबसे पहले
200 से 400 साल पहले तक बर्ड के थ्रू
इंसान में फैला था ये सारी बातें हम यहां
इसलिए मेंशन कर रहे हैं कि आपको सबसे पहले
ये तसल्ली हो जाए कि एचएम पीवी कोई नया
वायरस नहीं है इससे पहले भी टाइम टू टाइम
ये सामने आता रहा है इससे जुड़ी एक और
स्टडी बताती है कि आज तक जितने लोग भी
इससे इफेक्टेड हुए हैं उसमें सिर्फ 1 पर
लोगों की मृत्यु हुई है मौत हुई है मरने
वालों में भी वो लोग थे जिन्हें या तो
पहले कोई सीरियस बीमारी थी या वो 5 साल से
भी छोटे बच्चे थे या फिर जिनकी एज 65 टू
70 के बीच की थी मतलब किसी भी वजह से अगर
किसी की इम्युनिटी वीक है तो ये वायरस
उन्हें ही ज्यादा परेशान करता
है लोग ये भी पूछ रहे हैं कि अगर ये वायरस
इतना पुराना है तो क्या इसकी कोई वैक्सीन
बनी है या नहीं तो इसका जवाब भी है नहीं
जी हां इसकी कोई वैक्सीन नहीं बनी है और
इसका रीजन ये है कि ये वायरस इतना सीरियस
नहीं है कि इसकी वैक्सीन बनाने की जरूरत
पड़ती है डॉक्टर्स ने तो इस वायरस को
नॉर्मल फ्लू की तरह ही कंसीडर किया है जो
चार पांच दिन में थोड़े बहुत प्रिकॉशन के
साथ घर पर ही ठीक हो जाता है हां अगर कोई
ज्यादा सीरियस हो जाए तो उसे ऑक्सीजन
थेरेपी आईवी ड्रिप या कार्टिका स्टेरॉइड दिया जाता है मतलब और डिटेल में ना जाकर
अभी तक की अवेलेबल हिस्ट्री और डाटा
इंफॉर्मेशन के बेस पर हम इतना कह सकते हैं
कि ये वायरस कोरोना वायरस की तरह तो
जानलेवा बिल्कुल भी नहीं है वैसे भी
इंडियन गवर्नमेंट ने इस पर नजर रखी हुई है
जिस टाइम पर हम ये वीडियो बना रहे हैं उस
टाइम इंडिया में इसके सिर्फ नौ केसेस हैं
और ये सारे 5 साल के अंदर के छोटे बच्चों
को है लेकिन एक सवाल जरूर खड़ा होता है कि
चाहे कोविड-19 हो या एचएम पीवी इतने सारे
वायरस चीन से क्यों फैलते हैं और ऐसा नहीं
है कि ये बात कोई हम हवा में कह रहे हैं
इसके अपने-अपने रीजन भी हैं अगर हम पिछले
20-22 सालों को देख लें तो चीन से तीन
बड़े वायरस दुनिया भर में फैले आपको याद
बड़े वायरस दुनिया भर में फैले आपको याद
होगा 20023 में चीन के गवांड होंग स्टेट
से सार्स वायरस फैला था कोविड की तरह ये
भी चमगादड़ के थ्रू इंसानों में आया और
पूरी दुनिया में इसने तबाही मचा दी फिर
2013 में h7 n9 नाम का एक बर्ड फ्लू भी था
ये भी पक्षियों से इंसान में फैला और उसने
भी कई लोगों की जाने ली फिर 2019 में
कोविड-19 का तो सबको पता ही है हालांकि
इसे लेकर दो तरह की थ्योरी हैं कुछ लोग
कहते हैं कि चीन के वहान में जो लैब है उस
लैब में चमगादड़ के वायरस पर कुछ
एक्सपेरिमेंट चल रहे थे और उसी लैब से ये
फैला और दूसरी थिरी जिसे ज्यादातर लोग ठीक
मानते हैं वो ये कि वहान की अ वेट मार्केट में चमगादड़ के थ्रू ये वायरस पहले दूसरे
जानवरों में फैला और फिर इंसानों में आया
अब सवाल ये है कि चाइना से ही इतने वायरस
क्यों फैलते हैं इसका सीधा सा जवाब है इन
लोगों की खाने पीने की उल्टी सीधी आदतें
कुछ भी खा लेते हैं एक रीजन तो ये है
दोस्तों कि चीन में वैसे भी
बायोडायवर्सिटी बहुत है और दूसरा रीजन है कि चीन के वेट मार्केट इन वेट मार्केट में
जिंदा जंगली और डोमेस्टिक एनिमल एक साथ
बेचे जाते हैं इन मार्केट में इंसान इन
जानवरों के डायरेक्ट टच में आते हैं और
वहीं से वायरस जानवरों से इंसानों में भी
फैल जाते हैं दूसरा इन्हीं वेट मार्केट
में इन अलग अलग-अलग जानवरों को एक साथ रखा
जाता है जिससे इस वायरस का म्यूटेशन भी हो
जाता है और वो एक जानवर से दूसरे जानवर और
फिर इंसानों में एंटर कर जाता है इसके
अलावा चीन के अंदर इस तरह की कई
आयुर्वेदिक दवाइयां भी बनाई जाती हैं
जिसमें जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल होता
है अब इन दवाइयों के जरिए भी वायरस
इंसानों की बॉडी में एंटर कर जाता है इसके
अलावा किसी भी वायरस को स्प्रेड होने के
लिए एक होस्ट और दूसरा ह्यूमन टच चाहिए
होता है इंडिया की तरह चीन भी बहुत ही
डेंसली
पॉपुलेशन है वहां पे इस वजह से यहां वायरस
जानवरों से इंसानों और फिर एक इंसान से
दूसरे इंसान में आसानी से फैल जाता है
इसके अलावा हम सभी जानते हैं कि चीन से
कोई भी इंफॉर्मेशन बाहर आना इजी नहीं है
कोविड-19 आया तब भी लोगों ने दुनिया को
नहीं बताया बताते भी तो कोई बात साफ नहीं
करते इसलिए चीन की नियत पर लोगों को डाउट
होता है एक अच्छा खासा सेक्शन यह भी मानता
है कि चीन इन वायरस को बायोवेपन के तौर पर
यूज़ करता है इन लोगों का मानना है कि जब
'भी चाइना को लगता है कि इकॉनमी स्लोडाउन
है उनकी वो इस तरह का वायरस स्प्रेड करके
दुनिया की अर्थव्यवस्था में स्लो डाउन
लाने की कोशिश करते हैं चाइना से पूरी
दुनिया में अ माल आता जाता रहता है तो वो
पूरी दुनिया की सप्लाई चेन को भी इंपैक्ट
करता है ये फैक्ट है कि कोविड-19 के टाइम
चाइना की इकॉनमी पर भी असर पड़ा मगर यह भी
फैक्ट है कि चाइना में डेमोक्रेसी नहीं है तो वहां टाइट लॉकडाउन लगाना लोगों की
मूवमेंट को कंट्रोल करना काफी आसान था
चाइना ने इसी कोविड के टाइम पीपीई किट
बनाकर पूरी दुनिया को बेची फिर वैक्सीन
बनाकर वैक्सीन डिप्लोमेसी भी चलाई वही
कोविड-19 से सबसे ज्यादा मौतें अमेरिका और
इंडिया में हुई जो चीन के सबसे क्लोज
कंपीटीटर हैं इसलिए कुछ लोगों को इन
कंस्पिरेशन थ्योरी में भी दम दिखता है
हालांकि हमारे लिए यहां बैठकर ये प्रूव
करना बड़ा मुश्किल है कि क्या सच स में
चीन इन वायरस को खुद फैलाता है लेकिन एक
पॉइंट ऑफ व्यू यह भी है कि हां चीन ही इन
वायरस को फैलाकर एक तरह से दुनिया पर बायो
वॉर फेयर छेड़ देता है देखिए हमारी आप
लोगों को सलाह यही है कि अभी पैनिक नहीं
करना है क्योंकि ये बीमारी बहुत पहले से
है और कोविड-19 जैसी होने के बावजूद उतनी
खतरनाक तो बिल्कुल भी नहीं है लेकिन इतना
जरूर कहेंगे कि अगर आप पब्लिक ट्रांसपोर्ट
से सफर करते हैं मास्क लगा लो दूसरा हर
वक्त टीवी और सोशल मीडिया पर नजर रखो कि
ये बीमारी फैल तो नहीं रही है आपके एरिया
में तो केसेस नहीं बढ़ रहे ये भी आपको
देखना है आपके आसपास ऐसे लोग हैं जिन्हें
फ्लू हो तो कोशिश करें उनसे भी सोशल
बना कर रखे बस यह सब अगर कर रहे हैं तो
लाइफ सेट है और क्या टेंशन लेना है बाकी
जाते जाते एक बार फिर से याद दिला दूं
डिस्क्रिप्शन और पिन कमेंट में लिंक दिया
है उस परे क्लिक करके कॉइन स्विच को चेक
आउट कीजिए और तुरंत इन्वेस्टमेंट और
ट्रेडिंग शुरू करिए उसके लिए ऑल द बेस्ट क्रिप्टो प्रोडक्ट्स एंड एनएफटी आर
अनरेगुलेटेड एंड कैन बी हाईली रिस्की देर
मे बी नो रेगुलेटरी रिकर्स फॉर एनी लॉस
फ्रॉम सच ट्रांजेक्शन और हां जाते जाते एक
के बाद एक वायरस फैलाने के लिए चीन की शान
में अगर कुछ कहना चाहते हो तो कमेंट बॉक्स
खुला हुआ है जीन पिन अंकल को अच्छा लगेगा
अगर आप उनके लिए कुछ बोलकर जाएंगे लेकिन
खुलकर बोलना और वीडियो पसंद आई हो तो इसे
खुलकर फ भी ठीक है वीडियो फैलाना है वायरस नहीं अपना ख्याल रखिए चैनल सब्सक्राइब
करना थैंक यू फॉर वाचिंग जय हिंद जय भारत
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